Tuesday 2 July 2013

पत्राचार बीएड वाले भी बनेंगे शिक्षक !!!!!!!!



 इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) और राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय जैसी संस्थाओं से पत्राचार बीएड करने वालों को भी विशिष्ट बीटीसी की ट्रेनिंग देकर शिक्षक बनने का मौका दिया जाएगा। यह मौका सिर्फ 2004 में आवेदन करने वाले उन्हीं आवेदकों को दिया जाएगा जिनका नाम मेरिट सूची में आया था। उस समय करीब 1500 ऐसे आवेदक थे, जिनका नाम मेरिट में आने के बाद काउंसलिंग से रोक दिया गया था। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी इस पर अंतिम निर्णय लेंगे।
उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए बीएड वालों को विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण देकर प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। वर्ष 2004 में भी विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण के लिए आवेदन मांगे गए थे। इसमें पत्राचार बीएड करने वालों को शामिल होने का मौका नहीं दिया गया। पत्राचार बीएड वालों ने हाईकोर्ट इलाहाबाद का दरवाजा खटखटाया, तो फैसला इनके पक्ष में हुआ। इसके बाद एससीईआरटी ने आवेदन फार्म जमा करने की तारीख बढ़ाकर पत्राचार से बीएड करने वालों से भी आवेदन लिए। लेकिन एससीईआरटी ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल कर दी।
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद हाईकोर्ट का आदेश निरस्त कर दिया। एससीईआरटी ने इसके बाद पत्राचार से बीएड करने वालों को चयन प्रक्रिया से अलग कर दिया, लेकिन जो मेरिट जारी की गई उसमें करीब 1500 डिग्रीधारक मेरिट में आ रहे थे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पत्राचार डिग्रीधारकों ने सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच में चुनौती दी। इसके बाद डबल बेंच ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि मेरिट में आने वाले पत्राचार डिग्रीधारकों को भी विशिष्ट बीटीसी का छह माह का प्रशिक्षण दिया जाए। उस समय इस मामले पर न्याय विभाग से राय भी ली गई, लेकिन पत्राचार बीएड वालों को विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण नहीं दिया गया। राज्य सरकार को जवाब दाखिल करना है। इसलिए एससीईआरटी चाहता है कि पत्राचार बीएड वालों को विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण दे दिया जाए।
यह है प्रस्ताव
एससीईआरटी ने शासन को प्रस्ताव भेजा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पत्राचार बीएड करने वालों को छह माह का विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण दे दिया जाए। इसके लिए केवल वही पात्र होंगे जो उस समय मेरिट सूची में आ रहे थे। एससीईआरटी के प्रस्ताव के मुताबिक प्रशिक्षण जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर दिया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा आयोजित परीक्षा को पास करने के बाद विशिष्ट बीटीसी का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।

1 comment:

  1. meine IGNOU se b.ed kiya hai. mei upper pry. ke liye apply karna chahti hoon, par usme theory aur practical ke marks alag alag mange hain ,jabke ignou b.ed me grades de rakhe hai marks nahi hain
    please advise.

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